Table of Contents
उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम अपने साथ तीव्र शीत लहर लेकर आया है जिसके जल्द कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने घने से बहुत घने कोहरे और गंभीर ठंडे दिनो की चेतावनी जारी की है, जिसके अगले कुछ दिनों तक बने रहने की उम्मीद है।
मौसम पूर्वानुमान: घना कोहरा और अत्यधिक ठंडे दिन
आईएमडी के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, अगले पांच दिनों तक उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है। इसमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के कुछ हिस्से शामिल हैं। इन क्षेत्रों में दृश्यता काफी कम हो जाएगी, जिससे परिवहन और दैनिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न होगी।
अगले तीन दिनों तक उत्तर भारत के कई हिस्सों में कोहरे के अलावा सीवियर कोल्ड डे कंडीशन जारी रहने का अनुमान है. इसका मतलब है कि अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहेगा, जो सामान्य सीमा से काफी कम है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ठंडे तापमान के लिए तैयार रहना चाहिए और खुद को ठंड से बचाने के लिए आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।
उत्तर भारत: तापमान रिकॉर्ड और शीत लहर
Today, Cold day conditions prevailed in most places over East Uttar Pradesh; in many parts of East Madhya Pradesh; in some parts of West Uttar Pradesh; in isolated pockets of Haryana & northwest Rajasthan. 1/2 pic.twitter.com/U6NINIk1sA
— India Meteorological Department (@Indiametdept) January 20, 2024
उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान असामान्य रूप से कम दर्ज किया गया है, जिससे शीत लहर की स्थिति बढ़ गई है। राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय के औसत से काफी कम है। आईएमडी ने इसे गंभीर ठंडे दिन के रूप में वर्गीकृत किया है, जो सामान्य से कम से कम 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान गिरने का संकेत देता है।
शीत लहर ने बिहार और उत्तरी मध्य प्रदेश जैसे अन्य क्षेत्रों को भी प्रभावित किया है। शनिवार को, इन क्षेत्रों में शीत लहर की स्थिति खराब रही, तापमान लगातार दो दिनों तक 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम तक पहुंच गया। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में ये स्थिति उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती हैं, जिससे पहले से ही कठोर सर्दियों का मौसम और भी बदतर हो जाएगा।
परिवहन पर प्रभाव: उड़ान और ट्रेन में देरी
घने कोहरे ने परिवहन प्रणालियों पर गंभीर प्रभाव डाला है, जिससे उड़ानों और ट्रेनों में देरी और रद्दीकरण हुआ है। प्रमुख एयरलाइन स्पाइसजेट ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी है कि कोहरे और शीत लहर की स्थिति के कारण खराब दृश्यता के कारण उड़ान संचालन प्रभावित हो सकता है। वहीं, कम दृश्यता और घने कोहरे के कारण देश के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली आने वाली कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। इससे कई यात्रियों को असुविधा हुई है, जिससे उनकी यात्रा योजनाओं में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। यात्रियों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी ट्रेनों की स्थिति के बारे में सूचित रहें और यदि आवश्यक हो तो वैकल्पिक व्यवस्था करें।
ठंड से कैसे बचे
इस भयंकर ठंड से बचने के लिए हमे कुछ बाते ध्यान मे रखनी चाहिए- दस्ताने, स्कार्फ और टोपी पहनकर अपने हाथ-पैरों को सुरक्षित रखें। सर्दियों के महीनों के दौरान हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। ठंड के मौसम में निर्जलीकरण हो सकता है, इसलिए दिन भर में पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीना सुनिश्चित करें। आरामदायक वातावरण बनाने और ठंड को अंदर आने से रोकने के लिए स्पेस हीटर या कंबल का उपयोग करें। यदि संभव हो, तो बाहर अत्यधिक समय बिताने से बचें, विशेषकर सुबह और देर शाम के दौरान जब तापमान सबसे कम होता है।
उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप कम होने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है, अगले कुछ दिनों तक घना कोहरा और भीषण ठंड की स्थिति बने रहने की आशंका है। परिवहन, विशेष रूप से उड़ानों और ट्रेनों पर प्रभाव महत्वपूर्ण रहा है, जिससे देरी और व्यवधान उत्पन्न हुए हैं। व्यक्तियों के लिए अत्यधिक तापमान से खुद को बचाने के लिए आवश्यक सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
और भी ताज़ा जानकारी के लिए हमारी वेबसाईट हिन्दी न्यूज बुलेटिन से जुड़े रहे