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2023 में, प्रमुख एडटेक कंपनी BYJU’S को कई चुनौतियों और परिवर्तनों का सामना करना पड़ा है,। वित्तीय संकट और विवादों से लेकर नेतृत्व परिवर्तन और कर्मचारियों की छँटनी तक, कंपनी एक बुरे दौर से गुजर रही है। यह लेख पूरे वर्ष में सामने आई उन प्रमुख घटनाओं का विश्लेषण प्रदान है, जो BYJU’S की वर्तमान स्थिति और इसकी भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालेगा।
वित्तीय संघर्ष और विवाद
- BYJU’S को 2023 में जिन प्रमुख मुद्दों का सामना करना पड़ा उनमें से नवंबर महीने में अपने कर्मचारियों के वेतन भुगतान में देरी थी। इस देरी से लगभग 1,000 कर्मचारी प्रभावित हुए, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति के बारे में बाते सामने आई। BYJU’S ने देरी के लिए तकनीकी गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया और आश्वासन दिया कि भुगतान तुरंत ही किया जाएगा। पर इसके बाद बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने कथित तौर पर कर्मचारियों को वेतन देने के लिए अपने बेंगलुरू स्थित दो घरों को गिरवी रखकर लोन लिया।
- इसके अतिरिक्त, BYJU’S ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को स्पोंनसरशिप की बकाया राशि 150 करोड़ रुपये के भुगतान में चूक करने के लिए सुर्खियां बटोरीं। परिणामस्वरूप, बीसीसीआई ने BYJU’S की मूल कंपनी, Think & Learn के खिलाफ National Company Law Tribunal (NCLT) मे दिवालिया कार्यवाही शुरू कर दी है
- केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने अपने आईएएस कोचिंग कार्यक्रम से संबंधित झूठे और भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए BYJU’S पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। CCPA ने BYJU’S को 15 दिनों के भीतर एक अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी आदेश दिया। प्राधिकरण ने कहा कि BYJU’S अपने दावों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त डेटा प्रदान करने में विफल रहा और चयनित उम्मीदवारों की शुल्क रसीदें और सहमति फॉर्म जैसे आवश्यक दस्तावेज जमा नहीं किए।
बड़े पैमाने पर छंटनी और नेतृत्व परिवर्तन
लागत में कटौती करने के लिए, BYJU’S ने 2023 की शुरुआत में कर्मचारियों की छंटनी शुरू की थी । फ्रेशर्स सहित लगभग 1,000 कर्मचारियों को सामान्य या व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से जाने दिया गया। इंजीनियरिंग टीम की कर्मचारियों की संख्या भी ३०० से कम कर दी गई।
सितंबर में, UPGrad के पूर्व प्रमुख अर्जुन मोहन को मृणाल मोहित की जगह BYJU’S के भारतीय परिचालन का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया था। इस नेतृत्व परिवर्तन का उद्देश्य नए दृष्टिकोण लाना और इसके माध्यम से कंपनी को आगे बढ़ाना था
पूरे वर्ष के दौरान, BYJU’S के कई प्रमुख लोगों ने अपने पद छोड़ने का निर्णय लिया है। मुख्य व्यवसाय अधिकारी प्रत्युषा अग्रवाल, ट्यूशन सेंटर के व्यवसाय प्रमुख हिमांशु बजाज और कक्षा 4 से 10 तक के व्यवसाय प्रमुख मुकुट दीपक, सभी ने अपनी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चेरियन थॉमस ने भी BYJU’S को छोड़ दिया और सीईओ के रूप में अमेरिका स्थित Impending Inc में शामिल हो गए।
वित्तीय संकट और मूल्यांकन में गिरावट
BYJU’S पूरे 2023 में फंडिंग की गंभीर कमी से जूझ रही है। कंपनी के बड़े शेयरधारकों ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष के लिए ऑडिटेड वित्तीय विवरण शीघ्र दाखिल करने की मांग की। ये BYJU’S के मूल्यांकन में गिरावट की वजह से निवेशको मे विश्वास पैदा करने मद्देनजर किया जा रहा है।
टेक निवेशक Prosus, जिसकी BYJU’S में 9.6% की हिस्सेदारी है, ने कंपनी के मूल्यांकन में काफी कमी कर दी है। BYJU’S का पिछला आधिकारिक मूल्यांकन $22 बिलियन से अधिक था, लेकिन Prosus अब कंपनी का मूल्यांकन $3 बिलियन से भी कम कर रहा है। यह मूल्यांकन में 86% की गिरावट है, जो एडटेक दिग्गज के सामने आने वाली चुनौतियों को दर्शाता है। 2023 में ये दूसरी बार है की जब प्रोसस ने BYJU’S में अपनी हिस्सेदारी का स्टेक घटा दिया है। Prosus द्वारा मूल्यांकन में गिरावट BYJU’S के आसपास की अनिश्चितताओं और निवेशकों पर इसके संभावित प्रभाव को दर्शाती है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नवंबर 2023 में BYJU’S और उसके संस्थापक बायजू रवींद्रन को कारण बताओ नोटिस जारी किया। ये नोटिस विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत 9,362.35 करोड़ रुपये के कथित उल्लंघन से संबंधित थे। यह जांच BYJU’S के सामने आने वाली चुनौतियों को और बढ़ा देती है, जिससे कंपनी को नियामक अनुपालन मुद्दों का समाधान करने की आवश्यकता होती है।
शासन संबंधी चिंताएँ और बोर्ड में फेरबदल
Prosus के प्रतिनिधि रसेल ड्रिसेनस्टॉक ने “खराब” रिपोर्टिंग और शासन संरचनाओं पर चिंताओं का हवाला देते हुए जुलाई में BYJU’S बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने दावा किया कि BYJU’S के कार्यकारी नेतृत्व ने रणनीतिक, परिचालन, कानूनी और कॉर्पोरेट मामलों से संबंधित सलाह और सिफारिशे नहीं मानी
पूरे 2023 के दौरान, BYJU’S को कई चुनौतियों और परिवर्तनों का सामना करना पड़ा है, जिसने इसके संचालन और प्रतिष्ठा को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया है। वित्तीय संघर्ष, विवाद, नेतृत्व परिवर्तन और मूल्यांकन में गिरावट ने एडटेक दिग्गज को आज मुसकीलों मे डाल दिया है। हालाँकि, BYJU’S इन चुनौतियों से निपटने, कॉर्पोरेट प्रशासन में सुधार करने और सतत विकास की दिशा में एक रास्ता बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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