भारतीय टीम ने 4-1 से किया इंग्लैंड का सफाया, बार्मी आर्मी ने बोला करो टिकट वापस

अपने असाधारण खेल का प्रदर्शन करते हुए, भारतीय टीम ने 5वें IND बनाम ENG टेस्ट मैच में इंग्लैंड को हराकर 4-1 से सीरीज़ जीत हासिल की। सीरीज़ की शुरुआत इंग्लैंड की शानदार शुरुआत के साथ हुई थी, जिसने हैदराबाद में पहले मैच में इंग्लैंड ने भारत को बुरी तरह हरा कर सबको चौका दिया था। उस समय, क्रिकेट पंडितों ने दोनों क्रिकेट दिग्गजों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा की आशंका जताते हुए, एक समान रूप से लड़ी जाने वाली श्रृंखला की भविष्यवाणी की थी। पर भारतीय टीम ने इंग्लैंड को किसी वापसी का मौका नहीं दिया। ऐसे कई मौके आए जहां से इंग्लैंड और भी मैच जीत सकता था, लेकिन उन मौकों को इंग्लैंड की टीम भुना नहीं पाई।

धर्मशाला मे खेले जा रहे पाँचवे टेस्ट मैच के तीसरे दिन की शुरुआत भारतीय टीम की कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी ने की, जल्द ही एंडर्सन ने कुलदीप को चलता किया, जेम्स एंडरसन ने 700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले तेज गेंदबाज बनकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। स्पिन दिग्गज मुथैया मुरलीधरन और शेन वार्न के बाद अब वो तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए है। जसप्रीत बुमराह शोएब बशीर का शिकार किया, दूसरी पारी मे उन्होंने 5 विकेट लिए, ये इस सीरीज मे उनका दूसरा पाँचवा 5 विकेट हाल था, हालाँकि, बशीर के प्रयास भारत को पहली पारी में 259 रनों की मजबूत बढ़त लेने से नहीं रोक सके।

इंग्लैंड की दूसरी पारी तीसरे दिन तेजी से समाप्त हो गई, रवि अश्विन ने पहले 10 ओवरों के भीतर उनके शीर्ष तीन बल्लेबाजों को पवेलियाँ भेज दिया, जैक क्राउली, बेन डाकेट और ओली पोप तीनों ही आश्विन के जाल मे फस गए, मेहमान टीम दबाव के आगे झुक गई और लंच से ठीक पहले सत्र में पांच विकेट खो दिए। भारतीय टीम की तरफ से अश्विन के पाँच, कुलदीप यादव के तीन विकेट और जसप्रित बुमरा के दो महत्वपूर्ण विकेटो के कारण इंग्लैंड की पारी 200 के अंदर ही समाप्त हो गयी और इंग्लैंड एक पारी और 64 रनों से इस मुकाबले को हार गई।

एक साहसी प्रयास में, इंग्लैंड के बल्लेबाज, जो रूट, 128 गेंदों पर 84 रनों की पारी के साथ इंग्लैंड की अंतिम व्यक्ति के रूप में उभरे। अपनी दृढ़ पारी के बावजूद, रूट अंततः कुलदीप का शिकार बने, जिससे इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी का अंत हुआ।

मैच के बाद पुरस्कार समारोह में, भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल को पूरी टेस्ट श्रृंखला में उनके निरंतर और प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बल्ले से जयसवाल के योगदान ने इंग्लैंड के खिलाफ भारत की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने इस टेस्ट सीरीज में दो दोहरे शतकों के साथ 700 से ज्यादा रन बनाये, इस सीरीज में उन्होंने टेस्ट करियर में अपने 1000 रन भी पूरे कर लिए है।

पांचवें टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले कुलदीप यादव को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। दूसरी पारी में उनके महत्वपूर्ण तीन विकेट ने भारत के जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कुलदीप ने बल्ले के साथ भी इस सीरीज में कई बार भारत की पारी को संभाला है, चौथे टेस्ट में ध्रुव जुरेल के साथ उनकी सांझे दारी ने ही मैच का पासा भारत के खेमे में पलटा था।

भारतीय टीम की घरेलू मैदान पर लगातार 17वीं टेस्ट श्रृंखला जीत उनकी ऐतिहासिक क्रिकेट विरासत में एक और अध्याय जोड़ती है। WTC टेबल में भी भारत अपनी बढ़त बनाये हुए है और अभी पहले स्थान पर विराजमान है। इसके बाद भारत को न्यूज़ीलैण्ड के साथ घरेलु सीरीज खेलनी है जिसके बाद भारत दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलियाई धरती पर खेलेगा।

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